राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद में ‘राजभाषा की आवश्यकता’ विषय पर संगोष्ठी आयोजित

22 August,2015

राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (रा. वि. सं. प.) में दिनांक 21.08.2015 को संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के निदेशक राजभाषा श्री वी. पी. गौड़ की उपस्थित में ‘राजभाषा की आवश्यकता’ विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत कार्यरत कोलकाता स्थित कार्यालयों यथा विक्टोरिया मेमोरियल हाल, पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, केन्द्रीय पुस्तकालय, राष्ट्रीय संदर्भ पुस्तकालय, बिड़ला औद्योगिक एवं प्रौद्यिगिक संग्रहालय, विज्ञान नगरी, मौलना अबुल कलाम आजाद एशियाई अध्ययन केंद्र, भारतीय संग्रहालय इत्यादि के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।



कार्यक्रम के उदघाटन के दौरान श्री गौड़ ने अपने वक्तव्य में कहा कि ‘कोलकाता में अपनी तरह का यह पहला आयोजन है और इस आयोजन के लिए मैं राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद के महानिदेशक श्री जी.एस.रौतेला एवं अन्य अधिकारियों को धन्यवाद देना चाहता हूँ।’ वहीं रा. वि. सं. प. के महानिदेशक श्री रौतेला ने श्री गौड़ का धन्यवाद देते हुए कहा कि ‘वैसे तो राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद में हमलोग हिन्दी में काफी काम करते हैं पर श्री गौड़ के मार्गदर्शन से हिन्दी कार्यों में और बढ़ोतरी होगी।’



इसके पूर्व श्री गौड़ ने ‘संघ की राजभाषा के नीति नियम एवं अन्य प्रावधानों’ तथा संसदीय राजभाषा समिति की निरीक्षण प्रश्नावली भरना एवं निरीक्षण से संबन्धित अन्य मुद्दों पर चर्चा की। उपस्थित सदस्यों ने राजभाषा के कार्यान्वयन में आने वाली कठिनाइयों के संबंध में भी श्री गौड़ से अपने विचार साझा किए एवं मार्गदर्शन प्राप्त किया। कार्यक्रम के अंत में संगोष्ठी में भाग लेने वाले तीन व्यक्तियों को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय तथा दो व्यक्तियों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। बाकी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र दिया गया। प्रतिभागियों ने भी इस तरह के आयोजन हेतु राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद का धन्यवाद दिया एवं बताया कि राजभाषा के निदेशक महोदय के आने से हिन्दी के सुचारु रूप से कार्यान्वयन में आने वाली कई समस्याओं के संबंध में उनसे मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इस अवसर पर श्री ए.एस. मानेकर, उप-महानिदेशक, श्री एस. चौधुरी, निदेशक, केन्द्रीय अनुसंधान एवं प्रशिक्षण प्रयोगशाला, श्री एस. कुमार, निदेशक (मुख्यालय) एवं श्री सी. के. दास, सचिव, रा. वि. सं. प. भी उपस्थित थे।