भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी

भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी वस्तुतः विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विषय वस्तु पर आधारित चलायमन विज्ञान प्रदर्शनियाँ हैं, जो बसों पर स्थापित होती हैं। इनके माध्यम से राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद देश के ग्रामीण इलाकों में विज्ञान संचार का प्रयास करता है और वैसे लोगों के मध्य पहुँचने की कोशिश करता है, जो इसके किसी भी विज्ञान केंद्र पर नहीं आ पाते हैं। पहली भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी बिड़ला औद्योगिक एवं प्रौद्योगिक संग्रहालय, कोलकाता द्वारा 1965 में शुरू किया गया था। तब से आज तक देश के ग्रामीण इलाकों में विज्ञान सम्प्रेषण के कार्य में ये प्रदर्शनियाँ महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं। वर्तमान में देश भर में ऐसी 23 भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनियाँ विज्ञान सम्प्रेषण के कार्य में संलग्न है।

आकांक्षी जिलों में मोबाइल विज्ञान प्रदर्शनी:

संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार ने आकांक्षी जिलों में 25 एमएसई बसों 2019-20 को लॉन्च करने के लिए एक अभियान चलाया है। भारत सरकार का लक्ष्य उन जिलों का उत्थान करना है जिन्होंने एक जन आंदोलन के माध्यम से महत्वपूर्ण सामाजिक परिणाम प्राप्त करने में अपेक्षाकृत कम प्रगति दिखाई है और कुछ जिलों को 'आकांक्षी जिले' के रूप में नामित किया है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए, एनसीएसएम ने संस्कृति मंत्रालय और विज्ञान और विभाग के सहयोग से; प्रौद्योगिकी (डीएसटी), भारत सरकार ने ग्रामीण बच्चों में वैज्ञानिक जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से इन आकांक्षी जिलों के लिए विशेष रूप से 25 मोबाइल विज्ञान प्रदर्शनी बसें शुरू करने की योजना बनाई है। इन प्रदर्शनियों के लिए चुने गए विषय हैं:

  • माप
  • रोजमर्रा की जिंदगी में मशीनें
  • भोजन और स्वास्थ्य
  • रसायन विज्ञान और पानी पर फोकस के साथ जीवन
  • ऊर्जा
  • स्वच्छता और स्वच्छता
  • मानव कल्याण के लिए अंतरिक्ष विज्ञान

5 सितंबर, 2019 को, श्री प्रहलाद सिंह पटेल, माननीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), संस्कृति और पर्यटन, भारत सरकार ने, श्री अरुण गोयल, सचिव, संस्कृति, भारत सरकार और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में पहली बार लेह, लद्दाख में 'साइंस एक्सप्लोरर' नामक एक मोबाइल विज्ञान प्रदर्शनी को झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही, उन्होंने पूरे भारत में आकांक्षी जिलों के लिए मोबाइल विज्ञान प्रदर्शनी बसों का एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम भी शुरू किया। प्रत्येक विशेष रूप से डिज़ाइन की गई बस में बच्चों और ग्रामीण जीवन से संबंधित 20 इंटरैक्टिव प्रदर्शन और अन्य प्रदर्शन होते हैं। इसमें विज्ञान प्रदर्शन व्याख्यान, विज्ञान फिल्म शो, टेलीस्कोप के माध्यम से खगोल विज्ञान जागरूकता कार्यक्रम और प्रौद्योगिकी आदि इन्फ्लेटेबल डोम तारामंडल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी आदि पर एआर/वीआर शो शामिल हैं।

मार्च 2020 तक, 25 बसों ने देश भर के 45 आकांक्षी जिलों में 1171 साइटों पर प्रदर्शनियों का आयोजन किया, जिसमें 16.62 लाख छात्र और आम जनता ने प्रदर्शनियों में भाग लिया। विशेष कार्यक्रमों में 8157 विज्ञान प्रदर्शन व्याख्यानों में 9.48 लाख लोगों ने भाग लिया, 8266 विज्ञान फिल्म शो में 4.58 लाख लोगों ने भाग लिया, 6462 खगोल विज्ञान जागरूकता कार्यक्रमों में 4.45 लाख लोगों ने भाग लिया और 2763 अन्य कार्यक्रमों में 1.34 लाख लोगों ने भाग लिया।

INAUGURATION
31 May, 2015
Inauguration of Mobile Science Exhibition on ‘Mathematics’ at Regional Science Centre, Guwahati

A Mobile Science Exhibition (MSE) on ‘Mathematics’ was inaugurated at Regional Science Centre (RSC), Guwahati by Dr. Anil Kumar Goswami, former Principal, Cotton College, Guwahati...

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27 Oct, 2014
Inauguration of Mobile Science Exhibition on ‘Our Senses’ at Regional Science Centre, Tirupati

Shri B. Gopalakrishna Reddy, Hon’ble Minister of Forest, Environment and S&T, AndhraPradesh has inaugurated the new Mobile Science Exhibition (MSE) on 27th October,2014. Dr. M. Ven...

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18 Oct, 2014
Inauguration of Mobile Science Exhibition on ‘Hands-On Science’

A new unit of Mobile Science Exhibition (MSE) on ‘Hands-On Science’ was inaugurated at North Bengal Science Centre (NBSC), Siliguri on August 18, 2014. The exhibition was inaugurat...

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